अगर-मगर

हाँ हैं बहुत झुट्ठे मगर,
आप भी दूध के धुले नही,
अगर होते दूध के धुले तो,
आप गवाही देते नहीं फिरते।।

हाँ हैं बहुत कमी मगर,
आप भी चाँद की चांदनी नहीं,
अगर होते आप परिपूर्ण तो,
आप पर चाँद की तरह दाग नहीं होते।।

हाँ हैं बहुत बुरे मगर,
आप भी कुछ अच्छे नहीं,
अगर होते आप अच्छे तो,
सरेआम हमें बुरा न बताते।।

हाँ हैं बहुत बेवफा मगर,
आप भी कुछ वफादार नहीं,
अगर होते आप बावफ़ा तो,
आप हमें एहसान ना गिनाते।।

हाँ हैं बहुत बेईमान मगर,
आप भी कुछ ईमानदार नहीं,
अगर होते आप ईमानदार तो,
आप सचाई न बताते फिरते।।

Published by vspawar285

simplicity

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